चन्द्र भागा नदी का एनिकेट क्षतिग्रस्त ?
झालरापाटन जैसा खायें अन्न वेसा
होवे मन शायद नगर पालिका की यही स्थिति है नगर के तथा कथित गिरोह ने राजनीति के मायने बदल दिये पैसे और धर्म के तथाकथित मठाधीश जिन्हें पवित्र पावन गंगा जैसी नदी और उसमें सम्मिलित गंगा जल से कोई लेना-देना नहीं है थोथी राजनीति कर जनता और प्रशासन को गुमराह कर अपने आकाओं को खुश करने के लिए कुछ समाचार पत्रों में फोटो छपवा कर राजनेता बनने का प्रयास करते रहते हैं।
मूल्डलिया खेड़ी तालाब निश्चित रूप से मिट्टी भराव होने से जल स्तर लगभग समाप्त सा हो गया है। धार्मिक उत्सव कार्तिक पूर्णिमा को स्नान करवाने के लिए इससे चन्द्र भागा नदी में भी पानी छोड़ा जाता है आठवीं शताब्दी से नदी का उद्गम स्थल शंकू दार है किन्तु वर्तमान में मूल्डाखेडी तालाब के लबालब भरने के पश्चात नदी में पानी का भराव होता है। मूल्डलिया खेड़ी तालाब सालरिया ग्राम पंचायत में आता है। तालाब सम्बंधित निर्णय सरपंच सचिव के क्षेत्र अधिकार है।सुत्रो से प्राप्त जानकारी के अनुसार कोलोनाईजर माफिया से तथा कथित दो नेताओं का कालोनी में मिट्टी डालने का पांच लाख रुपए में सौदा होना बताया गया है। तालाब से मिट्टी निकालने के लिए ज्ञापन देने का रास्ता अपनाया गया। हालांकि सौदा ओपन से ये लोग कामयाब नही हो सकें।लेकिन यह भी सच है कि मूल्डीया खेडी तालाब से सरपंच को मिट्टी निकालना जरूरी है जिसमें बिना किसी लागत से यह संभव है स्वयं किसान ही मिट्टी को निकाल लेंगे क्योंकि खेती के लिए नदी तालाब की मिट्टी उपज बढ़ाने में श्रेष्ठ मानी जाती है।
विषय है कि जिस नदी का वास्ता देकर गुमराह किया जा रहा है उसकी दुर्दशा के लिए भी बहुत हद तक यही तथाकथित जिम्मेदार है जो केसरिया दुपट्टा डालकर सनातनी होने का प्रमाण बांटते फिरते हैं। पवित्र नदी में नगरपालिका जो भाजपा का बोर्ड कहलाता है वैसे कांग्रेस का कब्जा है नदी के तट पर शहर की गंदगी डाली जा रही है जो बरसात में पानी में मिलकर नदी को दुषित करती आ रही है इन तथाकथितो ने आज तक कोई आवाज नहीं उठाई। शहर के मृत पशु तट पर डाले जा रहे क्या कोई बोला, क्या यह भी ग़लत है कि नदी के किनारे बसी कई कालोनियों का सारा गंदगी नदी में जा रही है इस गिरोह के किसी भी नेता के कभी दर्द उठा शायद नहीं , नगर के मृत व्यक्तियों का अस्थि विसर्जन केसे गंदगी भरे किचड़ में होता है कभी इन तथाकथितो ने आवाज उठाई ।शायद नहीं क्योंकि इसमें कोई कमाई नहीं है।हाल में कांग्रेस कमेटी के नगर अध्यक्ष व पालिका में रहें पूर्व उपाध्यक्ष चन्द्र प्रकाश लाला ने लगभग एक पखवाड़े पूर्व नगरपालिका अधिशासी अधिकारी हेमेंद्र सिंह को अवगत करवा कर चन्द्र भागा नदी श्मशान वाले ऐनिकेट जो एक तरफ से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है उसे दुरुस्त करवाने के लिए अवगत करवाया था ताकि बरसात में पानी व्यर्थ ना बह सकें और पानी का भराव रहे सकें । लेकिन नगरपालिका द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया अब बरसात सिर पर है क्या दुरुस्त करवाने में परेशानी संभव है ऐसे में नदी में पानी नहीं रुक पायेगा।क्या इस मामले में किसी ने आवाज उठाई ।