16 मार्च को युवक पर फायरिंग के मामले में पुलिस ने दो ईनामी सहित तीन आरोपी गिरफ्तार
बारां शहर के अस्पताल रोड पर पिछले दिनों बाइक सवार युवक पर फायरिंग के मामले में 10-10 हजार के दो ईनामी सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी हुई है।
एसपी राजकुमार चौधरी ने बताया कि 16 मार्च को फरियादी गोपाल कॉलोनी निवासी दिलीप प्रजापति ने जिला अस्पताल में उपचार के दौरान पर्चा बयान दर्ज दिए थे। जिसमें बताया था कि वह 16 मार्च को सुबह 10 बजे अपने घर से पोहे खाने के लिए कंकाली कुई के पास गया था। वहां नाश्ता करने के बाद बालाजी नगर में हलवाई के पास उधार के पैसे लेने के लिए जा रहा था। इस दौरान अग्रवाल धर्मशाला के सामने अस्पताल रोड पीछे एक बाइक पर गौतम माली, विजय पंकज, एक अन्य व्यक्ति
आए। जिन्होंने उस पर किसी हथियार से गोली चलाई जो कान के पास से निकलती हुई महसूस हुई। जब फरियादी ने पीछे मुड़कर देखा इतने में दूसरी गोली चलाई, जो उसके दाहिने हाथ की कोहनी पर लगी। जिसके बाद वह बाइक के साथ नीचे गिर गया। इसके बाद आरोपी मौके से भाग गए। जांच के दौरान आरोपियों के खिलाफ पहले से कई प्रकरण गंभीर धाराओं मे दर्ज होने से आरोपी गौतम सुमन व अंकुर पंकज पर 10-10 हजार
रुपए के इनाम की घोषणा की गई। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एएसपी राजेश चौधरी व डीएसपी ओमेंद्र सिंह शेखावत के सुपरविजन में कोतवाली सीआई रामविलास मीणा के नेतृत्व मे विशेष टीम गठित की गई। टीम की ओर से आरोपियों की तलाश में कई जगह दबिश दी गई। आरोपी नयापुरा बारां निवासी गौतम सुमन पुत्र मुकेश सुमन, संतोषी नगर कोटा निवासी अंकुर पंकज पुत्र छीतरलाल व एक अन्य अनंतपुरा कोटा निवासी विजेंद्र सिंह उर्फ गजेंद्र सिंह उर्फ अंकित सिंह पुत्र भवानी सिंह को गिरफ्तार किया है। कार्रवाई के दौरान पुलिस टीम में सीआई रामविलास मीणा, एएसआई मोहम्मद रफीक, हैड कांस्टेबल अमरचंद, हरिप्रकाश, लक्ष्मण, दिनेश, राजेंद्र आदि शामिल रहे।
दोनों पर कई मामले दर्ज सीआई रामविलास मीणा ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि कुछ दिन पहले दिलीप प्रजापति और गौतम सुमन के बीच झगड़ा हुआ था। इस दौरान दिलीप ने गौतम के पिता के साथ गाली-गलौज कर दी इसी रंजिश को लेकर गौतम ने वारदात को अंजाम देने के लिए कोटा निवासी विजेंद्र और अंकुर को बारां बुलवाया था। जहां मौका पाकर वे फायरिंग की घटना कर फरार हो गए। सीआई मीणा ने बताया कि आरोपी कोटा निवासी विजेंद्र और अंकुर दोनों हिस्ट्रीशीटर है। विजेंद्र के खिलाफ 22 मुकदमे व अंकुर के खिलाफ 13 मामले प्राणघातक हमले, मारपीट, अवैध हथियार का केस दर्ज है।